Archives Counsellor(P) Shri. Arun Sahu's remarks on the occasion of World Hindi Day (Vishwa Hindi Divas) celebrations at Embassy of India, Beijing, January 10, 2013

Counsellor(P) Shri. Arun Sahu's remarks on the occasion of World Hindi Day (Vishwa Hindi Divas) celebrations at Embassy of India, Beijing, January 10, 2013

आज  विश्व हिंदी  दिवस के  शुभ  अवसर  पर  आप  लोगों  का स्वागत  करते  हुए मुझे हार्दिक ख़ुशी  हो रही है.   इस  दिवस  का उद्देश्य हिंदी भाषा का प्रचार और प्रसार सारे  विश्व  में करना है.

हिंदी  इस विश्व में  अंग्रेजी एवं मेंदारियन (चीनी)  भाषा  के बाद तीसरी  सबसे  ज्यादा बोली  जाने वाली भाषा मानी  जाती है. किसी  भी राष्ट्र की  प्रगति एवं विकास  में  वहां  की भाषा अहम्  भूमिका निभाती  है.  हिंदी की  पढाई केवल भारत  की संस्कृति  एवं  प्राचीन सभ्यता  को समझने के लिए  ही  ज़रूरी  नहीं है, इसकी आवश्यकता भारत और  चीन के  बीच  व्यापार बढाने के लिए,दो  देशों के  लोगों  के बीच आपसी  समझ बढाने  के  लिए एवं  दोस्ती को  ज्यादा गहरा करने  के लिए भी है.

मुझे  इस बात  की  बहुत ख़ुशी है  कि बीजिंग विश्वविद्यालय, चीन  का हिंदी  भाषा  पढ़ाने  एवं  इसके  प्रचार-प्रसार  में  बहुत  ही  बड़ा  योगदान  है.   मैं  यहाँ पर मौजूद सभी का अभिनन्दन करता हूँ.   मुझे  पूरा  विश्वास  है कि  चीनी  सरकार  एवं चीन विश्वविद्यालयों के सहयोग से हम हिंदी को चीन में ज्यादा प्रचलित कर पाएँगे. चीन जैसे बड़े देश में हिंदी भाषा का प्रचलन सारे  विश्व  में हिंदी  को  एक  महत्वपूर्ण भाषा के रूप  में  स्थापित करने  में बड़ा  योगदान देगा.

विश्व  हिंदी  दिवस के अवसर  पर  आप सबको  हार्दिक बधाई और नव वर्ष की शुभ कामनाएँ .

धन्यवाद.