What`s New राजदूत श्री विक्रम मिश्री का विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में दिया संदेश

राजदूत श्री विक्रम मिश्री का विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में दिया संदेश

विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह

भारतीय राजदूतावास

बेइजिंग

०४ मार्च २०१९

राजदूत श्री विक्रम मिश्री का स्वागत सम्बोधन

चीन में हिंदी भाषा के वरिष्ठ शिक्षक, प्रो. ज्यांग जिंगखुइ जी,

विभिन्न विश्वविद्यालयों से आए हिंदी के शिक्षकगण और विध्यार्थिगण,

भाइयों और बहनों,

आज विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित इस विशेष समारोह में आप सभी का स्वागत करते हुए मुझे अत्यंत हर्ष का अनुभव हो रहा है। विश्व हिंदी दिवस, न केवल हिंदी भाषा को विश्व पटल पर बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है, बल्कि इस जीवंत भाषा को बेहतर जानने और समझने के लिए एक विशिष्ट अवसर भी प्रदान करता है।

हिंदी भाषा, भारत में विविधताओं में एकता, का एक प्रमुख चिह्न है। यह भारत की आधिकारिक भाषा ही नहीं,बल्कि प्रेम, मैत्री और संवाद की भाषा भी है, जिसने लोगों के भावनात्मक और वैचारिक स्वरूप को निरंतर संगठित और सशक्त बनाया है। मुझे यह कहने में कोई संशय नहीं कि आज विश्व भर मे हिंदी भाषा की लोकप्रियता निरंतर बढ़ रही है।

भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने अपने विश्व हिंदी दिवस के संदर्भ में दिए संदेश में देश-विदेश में रहने वाले सभी हिंदी प्रेमियों को विश्व हिंदी दिवस की हार्दिक बधाईयाँ दी हैं, और यह विश्वास भी प्रकट किया है कि हिंदी विश्व भर में ठोस पहचान के साथ निस्संदेह अपना स्थान बनाएगी ।

भारत और चीन विश्व की दो महान सभ्यताऐं हैं, उनके द्विपक्षीय संबंधों में, विशेषतः सांस्कृतिक क्षेत्र और लोगों के आपसी आदान-प्रदान के क्षेत्र में हिंदी भाषा का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। मुझे यह जानकर ख़ुशी है कि आज चीन में १२ से भी अधिक विश्वविध्यालयों और संस्थानों में हिंदी भाषा की पढ़ाई हो रही है, और यह एक अत्यंतउत्साहजनक बात है कि आज के समारोह में हिंदी पढ़ने वाले ७० से भी अधिक चीनी छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हैं। मैं आशा करता हूँ कि यह छात्रगण चीन में हिंदी भाषा के दूत बनकर उभरेंगे। मैं इनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हुँ।

अंत में, मैं फिर से आप सभी का हार्दिक अभिनंदन करता हूँ, और आशा करता हूँ कि भारतीय दूतावास के आज के इस कार्यक्रम के द्वारा चीन में हिंदी भाषा के प्रति जो जागरूकता है उसमें और वृद्धि होगी।

धन्यवाद!

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